Dengue Fever : Symptoms, Causes & Treatment in Hindi l डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और उपचार हिंदी में - Live in Zeal

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Dengue Fever : Symptoms, Causes & Treatment in Hindi l डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और उपचार हिंदी में

Dengue Fever : Symptoms, Causes & Treatment in Hindi

डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और उपचार हिंदी में

Live in Zeal के आज के Dengue Fever : Symptoms, Causes & Treatment in Hindi लेख में हम इसी विषय पर बात करेंगे और साथ ही जानेंगे कि Dengue Fever किन कारणों से होता है, डेंगू बुखार के लक्षण क्या है और डेंगू बुखार का इलाज़ हम कैसे कर सकते हैं और साथ ही जानेंगे इसके बचाव से सम्बंधित कुछ उपयोगी बातें।हमने अपने आस पास मौजूद लोगों को डेंगू बुखार के कारण बीमार पड़ते हुए देखा है, जिसमे से कुछ मरीज़ों को तबियत बिगड़ने की वजह से अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ा है। मच्छरों के कारण होने वाली इस बीमारी में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है, जो गंभीर स्थिति में मृत्यु का कारण भी बन सकती है। देखने में सामान्य सी लगने वाली ये बीमारी आप और आपके परिवार के सदस्यों के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है।

Dengue Fever : Symptoms, Treatment & Prevention in Hindi
Source : Google : Appolocradle


डेंगू बुखार के क्या कारण है? (What is the Causes of Dengue Fever)

डेंगू बुखार के क्या कारण है? (What is the Causes of Dengue Fever)
Source : Google : Aimsindia 

डॉक्टरों के अनुसार डेंगू वायरस से संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं और आमतौर पर दिन के समय में काटते हैं। हालाँकि डेंगू बुखार के सिर्फ 5% मामलों में ही मरीज़ की हालत ज्यादा गंभीर होती देखी गयी है। लेकिन यह वायरस बहुत तेज़ी के साथ फैलता है और काफी कम समय में बहुत से लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है।

डेंगू बुखार आने पर घबराएं नहीं और अपने चिकित्सक से परामर्श करके उपचार कराएं

 

डेंगू बुखार के क्या लक्षण हैं (What is the Symptoms of Dengue Fever)

डेंगू बुखार के क्या लक्षण हैं (What is the Symptoms of Dengue Fever)
Source : Google : Byjus


डेंगू बुखार एक प्रकार के फ्लू की तरह होता है जिसकी  आसानी से लोग पहचान नहीं कर पाते हैं, यह देखने में अन्य बिमारियों जैसे चिकनगुनिआ, जीका वायरस, मलेरिआ और टाइफाइड की तरह होते हैं। संक्रमित मच्छर के काटने के लगभग 8 से 10 दिन में ये आपके शरीर में तेजी से फैलना शुरू कर देता है और साथ ही इसके अन्य लक्षण भी बढ़ने लगते हैं। डेंगू से पीड़ित मरीजों में 104 फ़ारेनहाइट का बुखार होता है और जिसके साथ नीचे दिए गए लक्षणों में से कम से कम 2 लक्षण जरूर होते हैं।

✔ मांसपेशियों, हड्डियों एवं जोड़ों में दर्द
✔ सिर दर्द
✔ उल्टी लगना
✔ जी मिचलाना
✔ ग्रंथियों में सूजन
✔ आँखों के पीछे दर्द
✔ त्वचा पर लाल चकते होना


डेंगू में बुखार तेज़ होता है जो दिन में 3-4 बार आ सकता है। इसके चलते मरीज़ में सिर दर्द और उल्टी की शिकायत भी देखने को मिलती है।

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डेंगू के प्रकारडेंगू बुखार मुख्य रूप से चार प्रकार का होता है, डेन1, डेन2, डेन3 और डेन4 सेरोटाइप।

डेंगू का उपचार क्या है? (What is the Treatment Of Dengue Disease)

डेंगू का उपचार क्या है? (What is the Treatment Of Dengue Disease)
Source : Google : Sri lanka foundation

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो डेंगू का कोई विशिष्ठ उपचार (Special treatment) नहीं है, समय रहते अगर हम इस बीमारी की पहचान कर लेते हैं तो इसके उपचार में हमें उतनी ही आसानी होती है। लेकिन डेंगू के उपचार में यह देखना बहुत जरुरी है कि यह कितना गंभीर रूप ले चुका है। इसे हम खून की जांच के द्वारा आसानी से पता कर सकते हैं।

"डेंगू के उपचार में मुख्य रूप से 5 बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है"

डेंगू की जांच : हमें अपनी खून की जाँच कराने में ज़्यादा देर नहीं करनी चाहिए। बीमारी कितनी गंभीर है इसका पता जितनी जल्दी चल जाता है तो उसका इलाज भी उतना ही आसान हो जाता है।

दवा का सेवन : डेंगू बुखार की पुष्टि होने के बाद हमें डॉक्टर की सलाह से ही दवाई लेनी चाहिए ना कि किसी केमिस्ट की सलाह से।

तरल पदार्थों का सेवन : इस बीमारी के दौरान इस बात का ध्यान रखना जरुरी है कि हमारे शरीर में तरल पदार्थों की कमी ना हो। क्योंकि उल्टी और तेज़ बुखार की वजह से हमारे शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है। इसके लिए हम नारियल पानी, फ्रूट जूस, ORS पाउडर और गिलोय आदि का सेवन कर सकते हैं।

स्वच्छता का ख्याल रखना : हमें डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज़ की साफ़ सफ़ाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, जिससे कि वायरस और ज्यादा ना फ़ैल सके।

मरीज की सेहत का ध्यान रखना : डेंगू बुखार में रोगी के लिवर पर काफी बुरा असर पड़ता है, जिसे सही होने में बहुत समय लग सकता है। हालाँकि ये प्रत्येक रोगी की शारीरिक क्षमता पर भी निर्भर करता है। इसीलिए बीमारी ठीक होने के बाद भी मरीज के खान पान का ध्यान रखना बहुत जरुरी है।

डेंगू के लिए कौन की जांच कराएं (Which Test is Suitable for Dengue)

डेंगू के लिए कौन की जांच कराएं (Which Test is Suitable for Dengue)
Source : Google : Openpr

डेंगू की जांच के लिए मुख्य रूप से 3 प्रकार के टेस्ट होते है : डेंगू एंटीजन ब्लड टेस्ट (NS1), डेंगू एंटीबॉडी (IgG, IgM) और प्लेटलेट काउंट। बुखार आने के 1 से 3 दिन में जांच कराना चाहते हैं तो डेंगू एंटीजन ब्लड टेस्ट (NS1) करा सकते हैं, लेकिन अगर 5 - 6 दिन बाद कराते हैं तो आपको डेंगू एंटीबॉडी (IgG, IgM) और प्लेटलेट काउंट कराना चाहिए। जिससे वायरस की सही स्थिति का पता लगाया जा सके। डेंगू की जांच करने के लिए रोगी का ब्लड सैंपल लिया जाता है जिससे ये सभी जाँच की जाती हैं।
डेंगू बुखार में प्लेटलेट, PCV और RBC का ध्यान रखना जरुरी है, साथ ही SGPT और SGOT की भी जांच करनी चाहिए

डेंगू होने पर इन बातों का ध्यान रखना है जरुरी :

➢आप जब भी बाहर जाएँ तो त्वचा को खुला ना छोड़ें इसके लिए आप फुल स्लीव शर्ट-टीशर्ट, पेंट और सॉक्स आदि का प्रयोग करें। खासकर बच्चों के लिए इस बात का अवश्य ध्यान रखें। 

अपने घर के कमरों में हमेशा मच्छर को भागने वाले स्प्रे या कोइल आदि का अवश्य प्रयोग करें। 

अपने घर के गमलों में या कूलर आदि में पानी इकट्ठा ना होने दें, क्योंकि मच्छर ज्यादातर साफ़ एवं काफी समय से रखे हुए पानी में ही पनपते हैं।

➢अपने आहार में तरल एवं प्रोटीन युक्त पदार्थों को अवश्य शामिल करें। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मौसमी फल आदि ले सकते हैं। 

आज के हमारे Dengue Fever : Symptoms, Causes & Treatment in Hindi l  डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और उपचार लेख में आपने जाना कि हम डेंगू बुखार की जांच कैसे करा सकते हैं, डेंगू के क्या लक्षण हैं, डेंगू बुखार के कारण और डेंगू का उपचार कैसे संभव है। आशा करते हैं कि हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हो।इस लेख से सम्बंधित अपने विचार हमें जरूर बताये।

धन्यवाद!

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