आज के समय ज्यादार लोग अपने जॉब, व्यापर और घर की आम दिनचर्या में इतना ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं चल पाता कि उनके अंदर एन्जाइटी और स्ट्रेस जैसी परेशानिया घर करने लगती हैं। क्योंकि वो अपने जॉब या फिर अपने business से समय ही नहीं निकाल पाते हैं और हर दिन धीरे धीरे उनका एन्जाइटी लेवल बढ़ता जाता है। इसमें इनकी गलती नहीं हैं क्योंकि ज़िन्दगी बहुत छोटी है और हमारे ख्वाब और जिम्मेदारियां बहुत बड़ी हैं। सबसे पहले study में अच्छे मार्क्स लाने का प्रेशर, प्राइवेट जॉब काम का प्रेशर, बिज़नेस में कम्पटीशन का प्रेशर या घर में बड़े हो रहे बच्चों की परवरिश की चिंता - ज्यादातर लोग इन सब चिंताओं में ही उलझकर रह जाते हैं और एन्जाइटी एवं स्ट्रेस जैसी गंभीर बीमारी को अनजाने में न्योता दे बैठते है। पर शायद बहुत कम लोगों को इस बात का ज्ञान है कि योग के जरिये इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। योग में ऐसे बहुत से आसान हैं जो हमारी मदद कर सकते हैं। क्योंकि ये हम सभी के लिए एक चिंता का विषय है, इसीलिए आज के Best Yoga Tips to Control Anxiety - बेस्ट योगा टिप्स फॉर एंजाइटी हिन्दी में हम इसी विषय पर बात करेंगे ताकि हमारे पाठक योग के बेस्ट टिप्स को फॉलो करके Anxiety को Control कर सकें।
योग चिंता को प्रबंधित करने में मदद करने का एक शानदार तरीका है। यह दिमाग को शांत करने के साथ-साथ शरीर में बढ़ रहे मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करने में मदद करता है। गहरी साँस लेने के व्यायाम, आसन और ध्यान सभी का उपयोग चिंता को कम करने और आंतरिक शांति की भावना उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। योग का नियमित अभ्यास कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो अक्सर चिंता वाले लोगों में बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त, योग ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है, अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है और तनाव के प्रति लचीलापन बनाने में मदद कर सकता है।
Best Yoga Tips to Control Anxiety - बेस्ट योगासन फॉर एंजाइटी हिन्दी में
योग में एंजाइटी (anxiety) की समस्या को दूर करने के लिए कई आसान उपलब्ध हैं जिनके निरंतर अभ्यास से आप अपनी स्ट्रेस और एंजाइटी से निजात पा सकते हैं। जहाँ एक ओर ये योग करने में आसान हैं वही दूसरी ओर ये हमारे लिए किसी रामबाण से कम नहीं हैं। तो आइये Best Yoga Tips to Control Anxiety से सम्बंधित इस ब्लॉग के जरिये जानते हैं Best Yoga Tips के बारे में।
⏩वृक्षासन योग (Tree Pose)
इस योग के बारे में आप इसके नाम से ही अंदाज़ा लगा सकते हैं। वृक्षासन (Tree Pose) शब्द दो शब्दों वृक्ष + आसन से मिलकर बना है। वृक्षासन योग करने से हमारी जांघों, टखनों और रीढ़ की हड्डी में मज़बूती आती है। वृक्षासन योग साइटिका में होने वाले असहनीय दर्द में भी आराम पहुंचाता है। इसके अलावा इस योग से शरीर के अन्य भाग जैसे पिंडली, छाती और कंधों में भी खिचाव महसूस होता है जो शारीरिक संतुलन में सुधार लाने का मुख्य कारण है।
वृक्षासन (Tree Pose) करने की विधि
✔ वृक्षासन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पांव और हाथों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाइये।
✔ अब अपना दायां पांव घुटने से मोड़ते हुए ऊपर उठायें और दाएं पांव की एड़ी को बाएं पैर की जांघ के मूल से स्पर्श करें। अगर आप चाहे तो अपने पांव को मोड़ने के लिए हाथों का सहारा भी ले सकते हैं।
✔ इसके बाद अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ उठाकर अपनी हथेलियों को सीधे ऊपर की तरफ उठा लें। उसके बाद हथेलियों को सीधे रखते हुए नमस्कार की मुद्रा में मिला कर लें।
✔ वृक्षासन योग करते हुए शरीर को स्थिर रखने के लिए अपनी सांस को नियंत्रित करने का प्रयास करें।
✔ यह वृक्षासन योग मुद्रा है, आप अपनी क्षमतानुसार इस आसन का समय बढ़ा सकते हैं।
✔ ऊपर बताई गयी वृक्षासन (Tree Pose) करने की विधि को को दूसरे पांव से भी दोहराएं।
⏩उष्ट्रासन योग (Ushtrasana)
उष्ट्रासन (Camel Pose) करने की विधि
यदि कोई व्यक्ति एन्जाइटी से परेशान है तो यह आसन उसके लिए काफी लाभदायक साबित होगा। उष्ट्रासन के फायदे लेने के लिए आपको उष्ट्रासन करने की सटीक विधि का भी ज्ञान होना चाहिए। क्योंकि अगर हम गलत विधि से उष्ट्रासन का अभ्यास करेंगे तो यह हमारे शरीर को क्षति भी पंहुचा सकता हैं। आइये जानते हैं उष्ट्रासन (Ushtrasana) करने की विधि के बारे में।
✔ सर्वप्रथम आप जमीन पर अपने योगा मैट को बिछा लीजिये और अपने घुटनों के बल में बैठ जाइये
✔ याद रहे कि आपके घुटने एवं कंधे एक लाइन में होने चाहिए, किसी भी आसन को सही तरीके से करना बहुत ज़रूरी है।
✔ अब अपने पैरों के तलवों को ऊपर की दिशा में रखिये, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है।
उसके बाद धीरे से सांस भरते हुए अपनी रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की और खींचे ऐसा करने से आपको अपनी नाभि पर दबाव महसूस होगा।
✔ उसके बाद कमर को पीछे की ओर ले जाते हुए अपने हाथों से पैरों को कसकर पकड़ लें।
इस बाद का अवश्य ध्यान रहे कि आपकी गर्दन पर ज्यादा तनाव न आये और कुछ देर इसी स्थिति में रहने का प्रयत्न करें। उष्ट्रासन (Camel Pose) की सही विधि है। आप इस आसन को 20 सेकंड से लेकर 1 मिनट तक अपनी क्षमतानुसार कर सकते हैं।
✔ कुछ समय इस मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे आप इस आसन से बाहर आ सकते हैं।
किसी भी आसन को करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए अन्यथा यह हमारे शरीर को हानि भी पहुंचा सकता है
⏩बालासन योग (Child's Pose)
बालासन योग, जिसे हम Child Pose के नाम से भी जानते हैं, क्योंकि यह देखने में बिलकुल ऐसा लगता है जैसे कोई बच्चा आराम कर रहा हो। चाइल्ड पोज़ स्ट्रेस और एन्जाइटी को दूर करने में भी काफी सहायक होता है और खासतौर पर इसे शीर्षासन योग के बाद करना चाहिए। बालासन योग (Child Pose) को करने से व्यक्ति में एक नई ऊर्जा का संचार होता है जो हमारे शरीर को सुडौल बनाने के साथ-साथ हमें मानसिक रूप से भी सशक्त बनने में मदद करता है। इस योग के निरंतर अभ्यास से आप अपने शरीर में ऊर्ज़ा शक्ति एवं शारीरिक संतुलन का अनुभव करेंगे।
बालासन योग (Child's Pose) करने की विधि
✔ बालासन करने के लिए सबसे पहले किसी मैट पर वज्रासन में आराम से बैठ जाएँ।
✔ इसके बाद धीरे धीरे श्वास छोड़ते हुए अपने धड़ और छाती को जमीन पर स्पर्श करने का प्रयास करें। बालासन योग में आपका माथा ज़मीन पर टिका होना चाहिए
✔ अब अपनी भुजाओं को सामने की ओर फैलायें और दोनों हथेलियाँ धरती पर रख दें।
✔ ये मुद्रा बालासन योग मुद्रा है अब आराम से श्वास अंदर लें और बाहर छोड़ें एवं अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करने का प्रयास करें।
✔ आप 30 सेकंड से लेकर 5 मिनट तक इस आसन में रह सकते हैं। अब धीरे से सांस बाहर छोड़ें और अपने घुटनों के बल वापस वज्रासन मुद्रा में आ जाएं।
✔ बालासन योग मुद्रा को कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है और इसका लाभ ले सकता है।
✔ बालासन योग से हमारा मस्तिष्क शांत रहता है और एन्जाइटी के लक्षणों को कम करता है।
⏩मलासन योग (Garland Pose)
मलासन योग (Garland Pose) प्राचीन काल से ही योग क्रिया का हिस्सा रहा है। किसी भी व्यक्ति को यदि एन्जाइटी की समस्या है तो वह मलासन योग (जिसे अंग्रेजी में Garland Pose भी कहते हैं) की मदद से एन्जाइटी और स्ट्रेस के छुटकारा पा सकता है। मलासन शब्द की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है और यदि सरल भाषा में इसे समझे तो यह योग मुद्रा देखने में वैसी ही है जैसी कि नित्यक्रिया करते समय किसी व्यक्ति की होती है। ऊपर दिए गए चित्र से आप इसे आसानी से समझ सकते हैं। आइये जानते हैं कि मलासन योग करने की विधि क्या है और बात करते हैं कि मलासन योग के फायदों के बारे में।
मलासन योग (Garland Pose) करने की विधि
मलासन योग को करने से पहले कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखना जरुरी हैं। जहाँ आप योग कर रहे हैं वह स्थान स्वच्छ और हवादार होना चाहिए, योग करने से पहले पेट का खाली होना जरुरी है। भरे पेट योग कभी कभी नुक्सान पहुंचा सकता है। आगे ब्लॉग में जानते है मलासन योग करने की सही विधि क्या है?
✔ मलासन योग को करने के लिए पहले योग मैट पर खड़े होकर अपने पैरों के बीच थोड़ा दूरी बना लें।
✔ अब ऊपर दिए गए चित्रानुसार बैठें और अपनी रीढ़ को सीधा करते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचे।
✔ इसके बाद अपने दोनों हाथों से नमस्कार मुद्रा बनाते हुए अपने कन्धों को ऊपर की ओर खींचे, यह करने के बाद 3 से 4 बार साँस अंदर भरे और बाहर की तरफ छोड़े।
✔ इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि आपके तलवे जमीन पर स्पर्श करते हो।
✔ नमस्कार मुद्रा बनाते हुए आपके दोनों हाथों के अंगूठों से सीने को छुएं और अपना संतुलन बनाने का प्रयास करें। यह योग मुद्रा मलासन योग कहलाती है।
✔ अगर आप पहली बार इस योग को कर रहे है तो हो सकता है कि आपका संतुलन जल्दी ना बने या फिर आप ज्यादा देर तक इसे ना कर पाए। इसमें परेशान होने की जरुरत नहीं है किसी भी नए व्यक्ति के लिए यह स्थिति स्वाभाविक है।
✔ कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद आप अपनी पहले जैसी सामान्य स्थिति में आ सकते हैं। योग में संयम जरुरी है इसीलिए इसमें जल्दबाजी ना करे।
⏩शवासन योग (Corpse Pose)
शवासन योग (Corpse Pose), जो दो नाम शव + आसन से मिलकर बना है और शव मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। इस योग के नाम से ही आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि ये किस तरह किया जा सकता है। Corpse Pose काफी लोगों का पसंदीदा आसन भी है क्योंकि एक ओर जहाँ यह आसन करने में एकदम सरल है वही दूसरी ओर शवासन के फायदे भी हैं। इस आसन को करने से हमें विश्राम और शांति की असीम भावना का आभास होता है। रोजमर्रा की भागदौड़ से होने वाली स्ट्रेस और एन्जाइटी से मुक्ति दिलाने एवं आपके शरीर को आराम पहुचाने का एक शानदार तरीका है।
शवासन योग (Corpse Pose) करने की विधि
शवासन योग (शव मुद्रा) उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है जो अपने जीवन में किसी मानसिक परेशानी से ग्रस्त हैं। Corpse Pose व्यक्ति को बड़े पैमाने पर विश्राम और आंतरिक शांति प्रदान करता हैं। इस योग के अभ्यास से तनाव को कम करने और मानसिक स्थिति को मज़बूत करने में मदद मिलती है। इस ब्लॉग में आगे हम शवासन योग (Corpse Pose) करने का सही तरीका बताएँगे जो आपको एक शारीरिक और मानसिक दोनो स्तर पर लाभ देगा।
✔ शवासन योग करने के लिए किसी मेट या साफ़ सुथरी जगह पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और दोनो हाथों को आराम से शरीर से थोड़ी दूरी पर रखें।
✔ अब अपने दोनों पैरों के बीच लगभग दो फुट का फासला बनाये और खुद को रिलैक्स करने की कोशिश करें।
✔ इस बाद का ध्यान रखें कि आपकी हथेलियाँ छत की तरफ खुली हुई होनी चाहिए।
✔ इस योग को करते हुए आपको सोना नहीं है केवल अपने शरीर को और मस्तिष्क को आराम देना है।
✔ अब धीरे से अपनी दोनों आँखों को बन्द कर लें और आराम से सांस ले और बाहर की ओर छोड़े। यही शवासन योग मुद्रा (Corpse Pose) है।
✔ शवासन योग को करने का उद्देश्य आपके शरीर के प्रत्येक अंग को तनाव मुक्त करना है। इस योग मुद्रा में आप 5 से 10 मिनट तक आसानी से रह सकते हैं।
✔ इस योग से बाहर आने के लिए आप बिना जल्दबाजी किये धीरे से अपनी आँखें खोलें और अपने हाथ, पैर की उँगलियों को चलाएं, अपनी कलाइयों को हल्के से दोनों तरफ घुमाएं। अब आप धीरे से बैठ जाएँ और अपनी दिनचर्या की शुरुआत करें। आप चाहे तो इसके बाद अनुलोम - विलोम भी कर सकते हैं।
FAQ
Ques : Anxiety Disorder का क्या इलाज़ है?
Ans : Anxiety Disorder में रोगी में कभी अकेला ना छोड़ें, उसे स्वस्थ एवं पौष्टिक आहार दें, योग का सहारा जरूर लें और मधुर संगीत सुनाये। ये सारे उपाय Anxiety Disorder के इलाज़ में मदद करते हैं।
सारांश (Conclusion)
आज का ये ब्लॉग योग टिप्स फॉर एन्जाइटी पर समर्पित है, हमने इस लेख में 5 Best Yoga Tips to Control Anxiety के बारे में विस्तार से समझने की कोशिश की है। ताकि हमारे पाठक इस लेख को पढ़कर Yoga Benefits के बारे में सकें और अपने जीवन को बेहतर बना सकें। योग हमारे जीवन जीने की कला को निखरता है इसीलिए योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा ज़रूर बनायें।
धन्यवाद!
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